अमेरिका के बाद भारत में लागू हुई विशिष्ट डिजिटल कर निगरानी प्रणाली

अमेरिका के बाद भारत में लागू हुई विशिष्ट डिजिटल कर निगरानी प्रणाली


मुख्य आयकर आयुक्त इलाहाबाद डॉ. साधना शंकर ने कहा कि अमेरिका के बाद भारत ऐसा दूसरा देश बन गया है जहां इतनी शानदार विशिष्ट आयकर निगरानी प्रणाली लागू हुई है। इसमें कारदाता व असेसमेंट करने वाले अधिकारी की दूर-दूर मुलाकात की संभावना नहीं है। पूरा सिस्टम ऑनलाइन व भ्रष्टाचार मुक्त बन गया है। करदाताओं को इसका फायदा उठाकर समय से रिटर्न दाखिल करना चाहिए। कर से ही देश का विकास होता है।


डॉ. साधना शंकर बुधवार को एनेक्सी भवन में व्यापारियों, उद्यमियों, डॉक्टरों व सीए की आयकर जागरुकता गोष्ठी को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रही थीं। उन्होंने आगे कहा कि गोरखपुर क्षेत्र में कुल 39 लाख पैनकार्ड धारक हैं मगर संदेह तब पैदा होता है, जब यह जानकारी आती है कि इनमें से महज 3.5 लाख लोग ही आयकर रिटर्न भरते हैं। यदि किसी का आय शून्य हो तो भी उसे आयकर रिटर्न दाखिल करना है। ऐसा नहीं करने पर संदेह पैदा होता है। हम लोग इसीलिए यहां आए हैं ताकि आपके जरिए सब तक संदेश पहुंचा सकें।


आयकर विभाग कर दाताओं के सहयोग के लिए है। पीएम नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर तैयार हुए डिजिटल आयकर प्रणाली में रत्ती भर भी भ्रष्टाचार की गुंजाइश नहीं है। भयमुक्त होकर सभी लोग आयकर रिटर्न समय से भरें और किसी तरह की जांच पड़ताल की संभावनाओं से मुक्त रहें। प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश है कि किसी करदाता को अनावश्वक परेशान नहीं होना चाहिए। इसीलिए पूरा सिस्टम ऑनलाइन किया गया है।


गोरखपुर क्षेत्र के प्रधान आयकर आयुक्त सुनील माथुर ने कहा कि विभाग में प्रति एक हजार में मात्र छह कर दाताओं के मामले स्क्रूटनी में जाते हैं। शेष 94 फीसदी रिटर्न बिना रोकटोक मंजूर हो जाते हैं। इसमें भी अधिकारियों की कोई भूमिका नहीं होती है, आयकर विभाग का सॉफ्टवेयर स्क्रूटनी के मामलों को अलग करता है। स्क्रूटनी के लिए किसी एक अधिकारी को जिम्मेदारी नहीं जाती, बल्कि पूरी टीम देश के आठ विशेष कार्यालयों में बैठकर ऑनलाइन सवाल जवाब करते हैं। यानि किसी को असेसमेंट करने वाले अधिकारी का नाम पता नहीं चलता। स्क्रूटनी के बाद भी यदि किसी को लगता है कि उसकी बात नहीं सुनी गई तो वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टीम से मुखातिब होकर अपना पक्ष रख सकता है। कुल मिलाकर मामला यह है कि रत्ती भर भी इस सिस्टम में किसी तरह गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं है। कार्यक्रम की अघ्यक्षता कर रहे महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि फूलों में शहद निकालने के बाद भी जिस तरह फूल की खूबसूरती बनी रहती है, उसी तरह टैक्स भी होना चाहिए। ताकि किसी को कष्ट न हो। गोष्ठी का आयोजन चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज की ओर से किया गया था। अतिथियों का स्वागत चैंबर अध्यक्ष विष्णु अजित सरिया व आरएन सिंह ने किया। संचालन नवीन अग्रवाल व आभार ज्ञापन प्रवीन मोदी ने किया। कार्यक्रम में सीए एसोसिएशन के प्रवीन अग्रवाल, व्यापार मंडल के सत्यप्रकाश सिंह मुन्ना, एसके अग्रवाल, प्रमोद मस्करा, आलोक चौरसिया, अतुल सराफ, आकाश जालान, डॉ. आरए अग्रवाल, डॉ. संजीव गुलाटी, रमेश गुप्ता आदि कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।